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बजाज प्रिया ही नहीं, वेस्पा, सैंट्रो और राजदूत भी पीयूष जैन के घर पर, तरक्‍की के सफर में नहीं छोड़ा साथ

कानपुर/कन्नौज इत्र कारोबारी पीयूष जैन की दौलत के साथ-साथ उनकी सिंपल लाइफस्टाइल भी चर्चा में है। मसलन साधारण कपड़ों में रहना और हवाई चप्पल...

कानपुर/कन्नौज इत्र कारोबारी पीयूष जैन की दौलत के साथ-साथ उनकी सिंपल लाइफस्टाइल भी चर्चा में है। मसलन साधारण कपड़ों में रहना और हवाई चप्पल पहनकर फंक्शन में जाना। पीयूष जैन के घर से छापेमारी के दौरान पुरानी स्कूटर और कार मिली जो तरक्की के सफर में उनके साथ बनी रही। कन्नौज के मोहल्ला छिपट्टी में रहने वाले पीयूष जैन के घर से वेस्पा, राजदूत और पुरानी सैंट्रो कार भी मिली है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि बेशुमार दौलत आने के बाद भी पीयूष ने अपने पुराने वाहनों को बेचा नहीं बल्कि साथ में रखा। पीयूष जैन ने अपने पिता महेश चंद्र जैन के कारोबार को बढ़ाने का काम किया, तब उन्होंने स्कूटर, राजदूत, मोटरसाइकल और सैंट्रो कार खरीदी थी। ये वाहन आज भी उनके साथ रहे। कन्नौज में छापेमारी के दौरान पीयूष जैन के घर से मिली वेस्पा स्कूटर की तस्वीर सामने आई थी। पीयूष जैन ने 12वीं तक की पढ़ाई ग्वाल मैदान एसएन इंटर कॉलेज (अब केके इंटर कॉलेज) से की है। इसके बाद वह कानपुर चले गए। पढ़ाई के बाद पीयूष जैन कारोबार में जुट गए। स्कूटर रखने के पीछे यह है वजह लग्जरी और महंगी गाड़ियों के बजाय स्कूटर रखने के पीछे आस-पास के लोगों ने एक और लॉजिक भी बताया। इसके अनुसार, कन्नौज की जिस गली में पीयूष जैन का घर है, वह बेहद संकरी है। ऐसे में वहां परिवहन के लिए स्कूटर अच्छा माध्यम है। इसके अलावा पीयूष और अंबरीश पहले कन्नौज आते-जाते रहते थे लेकिन पिछले 5-10 साल से पिता की उम्र और सेहत के चलते आवागमन कम हुआ था। कन्नौज में उनका स्टाफ रहता था। मुंबई में सेल्समैन के तौर पर काम करते थे पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार, पीयूष जैन के दादा का नाम फूल चंद जैन था। पीयूष जैन के दादा और पिता महेश चंद्र जैन पहले कपड़े पर छपाई का काम करते थे। पीयूष के काम की शुरुआत मुंबई की किसी कंपनी में सेल्समैन के तौर पर की थी। बक्से भरकर मिले नोट कन्नौज में अरबपति कारोबारी पीयूष जैन के घर जीएसटी इंटेलिजेंस का छापा लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। दोपहर में लोहे के 5 बॉक्सों में भरकर रकम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लोकल करंसी चेस्ट में जमा करा दिए गए। वहीं, डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) के अधिकारियों ने 64 किलो सोना अपने कब्जे में लिया। पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से 177.45 करोड़ रुपये नकद के अलावा कन्नौज के घर से 17 करोड़ रुपये कैश, 64 किलो विदेशी मार्क का सोना और 600 किलो चंदन का तेल रिकवर किया गया है। इसके अलावा कच्चा माल भी है। कुल रिकवरी 232.45 करोड़ रुपये है। कन्नौज में पीयूष के घर में तलाशी 24 दिसंबर से शुरू हुई थी। पूरे दिन चलती रही सीलिंग की प्रक्रिया सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को पूरे दिन तलाशी के साथ सीलिंग की प्रक्रिया चलती रही। कई टीमों ने घर के अंदर के कई हिस्से सील कर दिए हैं। पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे एसबीआई अधिकारियों की मौजूदगी में घर के अंदर से नोटों से भरे 5 बॉक्स निकाले गए। यह रकम बैंक में जमा करवा दी गई। डीआरआई की टीम ने सोना अपनी सुपुर्दगी में ले लिया।


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