आभा सिन्हा, मोतिहारी : बचपन का शौक जीवन का आधार बन गया है। मोतिहारी के एक युवा खिलाड़ी (Sakibul Gani) ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में ख...

आभा सिन्हा, मोतिहारी : बचपन का शौक जीवन का आधार बन गया है। मोतिहारी के एक युवा खिलाड़ी (Sakibul Gani) ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेलते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया है। जिसके बाद घर में खुशी का माहौल है। अगरवा मोहल्ला के रहनेवाले ने मोतिहारी (Motihari ) के एलेवन स्टार क्रिकेट कल्ब से अपनी करियर की शुरुआत की थी। सकीबुल महज आठ साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। राजकीय टीम के खिलाड़ी रहे बड़े भाई फैसल गनी के निर्देश में क्रिकेट प्रैक्टिस की शुरुआत की। अब रणजी टॉफी में जगह बना कर मुकाम हासिल किया है। 341 रन के बड़े स्कोर को खड़ा कर दुनिया का पहला क्रिकेट खिलाड़ी बना है। कोलकाता में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी में मिजोरम के खिलाफ सकीबुल को कामयाबी मिली। 22 साल के सकीबुल चार भाइयों मे सबसे छोटा हैं। सकीबुल की मां अजमा खातून बताती है कि खेल से सकीबुल का बचपन से लगाव था। परिवार के सभी सदस्य उसके रुचि में सार्थक सहयोग करते थे। पढ़ाई के साथ-साथ खेलने के लिए परिवार का कोई सदस्य उसे रोका नहीं। यहां तक का उसका बड़ा भाई फैसल अपने साथ खेलाता और खेल के गुर क सिखाता रहा। वहीं, खुशी का इजहार करते हुए सकीबुल के पिता मोहम्मद मनान गनी बताते है कि विश्व स्तर पर नाम को रोशन करे और मोतिहारी का सितारा बने। यही उनकी ख्वाहिश है। परिवार के सभी सदस्य सकीबुल की सफलता से खुश हैं। आगे सफलता की ओर बढ़े यही कामना कर रहे हैं। सकीबुल के कोच रहे बड़े भाई फैसल गनी का कहना है कि सकीबुल शुरू से ही प्रतिभावान खिलाड़ी रहा है। कभी-कभी गलती करता है, मगर समझाने-बताने पर तुरंत सुधार भी कर लेता है।
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