पटना : कहा जाता है कि बिहार () में लालू अपने एक दांव से सियासी समीकरण को पलटने की कई बार कोशिश कर चुके हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में उ...

पटना : कहा जाता है कि बिहार () में लालू अपने एक दांव से सियासी समीकरण को पलटने की कई बार कोशिश कर चुके हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में उनकी इसी कोशिश () ने महागठबंधन को सत्ता में पहुंचा दिया था। वो दांव था आरक्षण का, जिसके लिए लालू ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को ही अपना सियासी हथियार बना लिया था। अब उनके बेटे तेजस्वी यादव () भी पिता के दांव के सहारे हैं। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा फिर से उठा दिया है। तेजस्वी ने ये बयान तब दिया जब वो पटना में संत रविदास जयंती के दिन एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। तेजस्वी ने भी चला पिता लालू वाला दांव नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने रविवार को NDA सरकार पर निशाना साधा। पटना में संत रविदास जयंती के उपलक्ष्य में रविदास चेतना मंच की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए , तेजस्वी ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने आरक्षण का जो कोटा दिया था, उसे खत्म करने की साजिश के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण किया जा रहा है। तेजस्वी ने इस दौरान निजी क्षेत्र और जाति आधारित जनगणना में आरक्षण की मांग की, ताकि उसके अनुसार बजट तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों को संत रविदास की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार कर करारा जवाब देना चाहिए । शिवानंद तिवारी और आलोक मेहता समेत कई नेताओं ने भी इस सभा को संबोधित किया। कांशीराम को भारत रत्न मिले- RJD इस दौरान आरजेडी ने विधानसभा परिसर में बाबा साहब अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा , अनुसूचित जाति के लिए कोटा 16% से बढ़ाकर 25%, विकास मित्र को 40,000 रुपये मानदेय और ममता दीदी को 20,000 रुपये और कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग की। धोबीघाट के लोगों की पुनर्वास की मांगतेजस्वी प्रसाद यादव इससे पहले रविवार को हड़ताली मोड़ के पास धोबी घाट गए और वहां रह रहे लोगों को वहां से हटाने से पहले उनके पुनर्वास की मांग की। इस क्षेत्र में धोबी मछली बाजार, धोबी घाट, वर्षा बसेरा और आंगनबाड़ी केंद्र है। तेजस्वी ने इस संबंध में पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह से भी बात की। बाद में आरजेडी के राज्य महासचिव आलोक मेहता , लेफ्ट पार्टियों के नेताओं और धोबी घाट और मछली बाजार के प्रतिनिधियों के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मुलाकात की। आलोक मेहता ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के पानी और बिजली की आपूर्ति काट दी गई और वहां रहने वाले लोगों को तुरंत जगह खाली करने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि डीएम के आश्वासन के बाद बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गयी। डीएम के मुताबिक 'पुल निर्माण निगम ने कहा है कि उनका पुनर्वास उसी क्षेत्र में किया जाएगा।'
from Local News, लोकल न्यूज, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, state news in hindi, राज्य समाचार , Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/DOj4HKM
https://ift.tt/0on6cjy
No comments