बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अजीबो-गरीब करनामे सामने आते रहता है। कभी परीक्षा विभाग द्वारा छात्रों को पूर्णांक से अधिक प्राप्तांक दे दिया जा...
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अजीबो-गरीब करनामे सामने आते रहता है। कभी परीक्षा विभाग द्वारा छात्रों को पूर्णांक से अधिक प्राप्तांक दे दिया जाता है तो कभी 40 प्रतिशत से अधिक छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग कर दिया जाता है। ताजा मामला विवि की ऑफिशियल वेबसाइट से जुड़ा है।
एक ओर जहां सभी विश्वविद्यालयों को डिजिटलीकरण करने की बात हो रही है। एडमिशन से लेकर रिजल्ट तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है। कोराेना काल में ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई शुरू करने पर जोर दिया गया। वहीं दूसरी ओर बीएनएमयू में डिजिटलीकरण की बात सिर्फ हवा-हवाई है।
यहां तक विवि की ऑफिशियल बेवसाइट www.bnmu.ac.in का संचालन भी सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। लगभग पांच माह पहले ही पूर्व प्रति कुलपति डॉ. फारुक अली का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वे इस समय जेपी विश्वविद्यालय, छपरा में कुलपति के पद पर हैं। लेकिन बीएनएमयू की वेबसाइट के मुताबिक अभी भी डॉ. फारुक अली ही यहां के प्रतिकुलपति हैं।
बता दें कि बीएनएमयू की प्रति कुलपति डॉ. आभा सिंह हैं और उनको योगदान लिए हुए एक माह हो गए हैं लेकिन अभी तक इनका नाम विवि की वेबसाइट पर नहीं दिया गया है। 31 मई को पूर्व प्रति कुलपति डॉ. फारुक अली का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया था। उनके जाने के बाद बेवसाइट से उनका नाम और तस्वीर हटा दी गई थी।
प्रति कुलपति की बहाली नहीं होने तक लगभग चार महीने वेबसाइट पर उनका स्थान खाली था। लेकिन बाद में वेबसाइट पर फिर से पूर्व प्रति कुलपति डॉ. फारुक अली की तस्वीर, नाम सहित अन्य जानकारी अपलोड कर दी गई है। इसे विवि कर्मी भूल कहें या जानकारी का अभाव। अगर इस तरह की व्यवस्था रही तो विवि को डिजिटलीकरण करने की बात हास्यास्पद लगती है।
वेबसाइट में सुधार का दिया गया है निर्देश
विश्वविद्यालय की वेबसाइट को प्रत्येक दिन अपडेट करने का निर्देश दिया गया है, ताकि छात्रों को सही-सही जानकारी समय पर मिल सके। संबंधित कर्मियों को अविलंब वेबसाइट में सुधार करने काे कहा गया है। -डॉ. आरकेपी रमण, कुलपति, बीएनएमयू मधेपुरा
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