Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

Alwar: शिक्षक की सरेआम बेरहमी से पिटाई और थाने में टॉर्चर, 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना पुलिस पर निजी स्कूल के शिक्षक विश्राम भलाई के साथ बर्बरतापूर्ण तरीके से पिटाई करने का आरोप ...

अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना पुलिस पर निजी स्कूल के शिक्षक विश्राम भलाई के साथ बर्बरतापूर्ण तरीके से पिटाई करने का आरोप लगा है। मामले की शिकायत उच्च अधिकरियों तक पहुंचने के बाद अब जांच शुरू हो गई है। पुलिस की इस बर्बरता के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। बात श्रम मंत्री टीकाराम जूली तक पहुंची तो एसपी तेजस्वनी गौतम ने 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है। मालाखेड़ा थाने के हेड कांस्टेबल रामकेश, कांस्टेबल कमल, राजेश, चालक कांस्टेबल राजेश को निलंबित किया गया है। इनके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसकी जांच डीएसपी अमित कुमार को सौंपी गई है। निर्दोष विश्राम बलाई के साथ मंगलवार शाम को बेरहमी से मारपीट के मामले में श्रम मंत्री टीकाराम जूली के सख्त निर्देश दिये थे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने मौके पर तुरंत एडिशनल एसपी श्रीमन मीणा डीएसपी अमित सिंह को मालाखेड़ा भेजा था। जहां सर्व समाज के लोगों ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई। इसपर चार पुलिसकर्मियों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। वहीं सर्व समाज की ओर से बुधवार को थाने के बाहर धरना प्रदर्शन घेराव को लेकर पुलिस अधिकारी तथा श्रम मंत्री जूली के द्वारा त्वरित कार्यवाही को लेकर फिलहाल स्थगित किया गया है। जहां मौके पर समझाइश की गईऔर धरना प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया। डीएसपी अमित सिंह ने बताया प्रथम दृष्टया चार पुलिसकर्मियों की नकारात्मक भूमिका रही है। जांच में यह भी सामने आया है कि उन्होंने पुलिस नियम विरुद्ध आचरण अपनाया, जिसके चलते पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। पीड़ित व्यक्ति विश्राम का मेडिकल करवा दिया गया है और आगे की जांच जारी है। मालाखेड़ा कस्बे में मंगलवार देर रात गस्त कर रहे पुलिस कर्मियों ने एक बाइक सवार निजी स्कूल के शिक्षक को रुकने को कहा। लेकिन निजी स्कूल के शिक्षक ने बाइक नहीं रोकी तो पुलिसकर्मियों ने कस्बे के सुभाष चौक पर उसे बेरहमी से पिटा। युवक के पैर पेट आदि जगह चोटें आई हैं। इसके बाद पुलिसकर्मी युवक को थाने ले गए जहां भी बेरहमी से मारपीट की गई। घटना के बाद मालाखेड़ा सरपंच- उपसरपंच सहित अन्य लोग थाने पहुंचे और आक्रोश जताया। उसके बाद पुलिस ने घायल को छोड़ दिया। बुधवार को ग्रामीणों की मीटिंग हुई और इसमे निलंबित किये गए पुलिस कर्मियों के अलावा शामिल अन्य अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की गई। ग्रामीणों का कहना है जबतक सभी दोषियों पर कार्यवाही नहीं होगी विरोध जारी रहेगा। इस पूरे मामले में श्रम मंत्री टीकाराम जुली के निर्देश पर एसपी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रात 12 बजे एएसपी श्रीमन मीणा को मौके पर भेजा था। और उसके बाद दोषियों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार विश्राम भलाई मंगलवार देर रात लगभग 10:30 बजे मालाखेड़ा के सुभाष चौक पर कुछ काम से जा रहा था। उसी दौरान गस्त के लिए निकले मालाखेड़ा पुलिसकर्मियों ने विश्राम से बाइक रोकने को कहा। विश्राम के बाइक नहीं रोकने पर पुलिस कर्मियों ने उसके साथ सरेआम मारपीट की। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे थाने ले गए जहां भी आधा दर्जन सिपाहियों ने उससे मारपीट की। मारपीट में विश्राम के पीठ पैर सहित शरीर के कई हिस्सों में चोट आई हैं। मारपीट के आरोप विश्राम भलाई और वहां मौजूद लोगों ने लगाए हैं।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/2Uw4swu
https://ift.tt/2Uw4t3w

No comments