तीरथ सिंह रावत के उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने शनिवार को प्रदेश पार्टी मु...

Uttarakhand Politcs: तीरथ सिंह के इस्तीफे के बाद उत्तराखंड में सियासी हलचल बढ़ गई है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उत्तराखंड के लिए निकल चुके हैं और अब नए मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किसे मिलेगी यह कर्सी?

तीरथ सिंह रावत के उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने शनिवार को प्रदेश पार्टी मुख्यालय में अपने विधानमंडल दल की अहम बैठक बुलाई है। प्रदेश के पार्टी मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने शुक्रवार रात बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में यह बैठक दोपहर 3 बजे होगी । बीजेपी उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि अब जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह विधायकों के बीच से ही होगा। सीएम के चुनाव को लेकर शनिवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर देहरादून में होंगे। शाम को विधायक दल की मीटिंग होगी। नए सीएम की रेस में तीरथ कैबिनेट में उच्च शिक्षा मंत्री रहे धन सिंह रावत समेत कई लोगों के नाम आगे हैं।
क्या बीजेपी दोहराएगी 2007-2012 जैसा प्रयोग

त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर ही तीरथ सिंह को उत्तराखंड का सीएम बनाया गया था। चर्चा है कि अब त्रिवेंद्र को फिर से राज्य की मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। 2007-2012 में भी बीजेपी ने इस तरह का प्रयोग किया था। तब भुवन चंद्र खंडूडी को हटाकर रमेश पोखरियाल निशंक को सीएं बनाया गया था और बाद में निशंक को हटाकर फिर से खंडूडी को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। त्रिवेंद्र डोईवाला से विधायक हैं।
उत्तराखंड के गठन में सतपाल महाराज का बड़ा रोल

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी सीएम पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। सतपाल महाराज ने उत्तराखंड के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, आई के गुजराल और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु पर उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने के लिए दबाव डाला था। 21 मार्च 2014 को वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे।
धन सिंह रावत को संघ का आशीर्वाद

मुख्यमंत्री पद की रेस में राज्य सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। रावत श्रीनगर विधानसभा से विधायक हैं। धन सिंह आरएसएस कैडर से आते हैं और उत्तराखंड बीजेपी में संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। सात अक्टूबर 1971 को जन्में धन सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी हैं। उन्होंने डबल एमए और राजनीति विज्ञान में पीएचडी की है।
कोरोना महामारी में रो पड़े थे हरक सिंह रावत

करीब डेढ़ महीने पहले कोरोना महामारी से जुड़ी घटनाओं का जिक्र करते समय कैमरे के सामने रो देने वाले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में बताया जा रहा है। हरक सिंह रावत के पास इस समय आयुष और आयुष शिक्षा समेत कई महत्वपूर्ण विभाग हैं।
बंशीधर भगत भी दावेदारों में शामिल

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत भी सीएम पद के दावेदारों में शामिल हैं। कालाढूंगी विधानसभा सीट से विधायक भगत उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बनी विभिन्न सरकारों में मंत्री रहे हैं। 2002 के विधानसभा चुनाव में वह हल्दानी सीट से कांग्रेस की डॉ. इंदिरा हृदयेश से चुनाव हार चुके हैं।
क्या बिशन सिंह चुफान को चुनेगी BJP?

बिशन सिंह चुफान उत्तराखंड में पांच बार से लगातार विधायक हैं। वह इस समय सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं। बिशन के नाम पर भी सीएम बनाए जाने को लेकर चर्चा है। वह उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह पिछली सरकार में भी राज्य में मंत्री रहे हैं। उनका नाम बीजेपी के वरिष्ठतम विधायकों में से एक है। उन्हें सरल, मृदुभाषी और मिलनसार छवि के लिए जाना जाता है। वह बीजेपी संगठन में भी कई पदों पर काम कर चुके हैं।
पुष्कार धामी पर होगा भाजपा का दांव?

उधम सिंह नगर जनपद की सीमांत विधानसभा खटीमा के विधायक पुष्कर सिंह धामी का नाम भी सीएम के दावेदार के रूप में सामने आ रहा है। इससे पहले उनका नाम प्रदेश के डेप्युटी सीएम के लिए चल रहा था। पुष्कर धामी एक सैनिक के बेटे हैं। उन्हें एक साधारण और मिलनसार नेता माना जाता है।
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