Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

अफगानिस्तान क्राइसेस का रक्षा बंधन फेस्टिवल पर असर!, राजस्थान में ड्राइ फ्रूट्स हुए 30 प्रतिशत तक महंगे, जानिए क्यों बढ़ रहे भाव

जयपुर अफगानिस्तान में तालिबान की ओर से कब्जा किए जाने के देश - प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिला है। राजस्थान में सूखे मेवों के कारोबार...

जयपुरअफगानिस्तान में तालिबान की ओर से कब्जा किए जाने के देश - प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिला है। राजस्थान में सूखे मेवों के कारोबार को इस क्राइसेस से बड़ा झटका लगा है। इससे सूखे मेवों की कीमतों में तेजी आई है। अफगानिस्तान से सभी आयात रोक दिए गए हैं, जिससे भारत में सूखे मेवों का कारोबार प्रभावित हुआ है, जिसका असर राजस्थान पर भी पड़ा है। शहर के थोक विक्रेताओं के अनुसार बाजार में विभिन्न प्रकार के सूखे मेवों की कीमत में 25 से 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शहर के ड्राई फ्रूट होलसेलर अमित कामदरा ने बताया कि "कीमतें दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं और यह जल्द ही रुकने वाली नहीं है।" आयात अचानक बंद हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप कीमतों में वृद्धि हुई है। वाघा बॉर्डर से शिपिंग कंपनियां या ट्रक नहीं आ रहे हैं। त्यौहारों पर पड़ेगा सीधा असर जानकारों के अनुसार भारत सूखे मेवों में किशमिश, अखरोट, बादाम, अंजीर, पाइननट, पिस्ता और सूखी खुबानी को आयात करता है, जिसे थोक में 30 प्रतिशत अधिक में बेचा जा रहा है। वहीं उपभोक्ता को इसे 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ खरीदना पड़ रहा है। रक्षाबंधन और फेस्टिवल सीजन आने के साथ ,जो लोग मिठाई के बजाय सूखे मेवे को एक स्वच्छ विकल्प के रूप में उपहार में देना पसंद करते हैं, उन्हें अब यह एक वैकल्पिक विकल्प के रूप में सोचना पड़ सकता है। वहीं सूखे मेवे से बनने वाली मिठाईयां भी महंगी हो सकती है। कोरोना के बाद से बढ़ी हुई है डिमांड, घरेलू उत्पादन बढ़ाने के बारे में सोचना होगा जयपुर के एक अन्य ड्राई फ्रूट थोक व्यापारी गौरव मोदी ने कहा कि "या तो हमें अपना घरेलू उत्पादन बढ़ाना होगा या दूसरे देशों से आयात करना होगा। अंजीर, पिस्ता और किशमिश अफगानिस्तान से आते हैं। त्योहारों के मौसम के साथ, यह इस साल लोगों की जेब पर भारी पड़ेगा। किशमिश और अंजीर की मांग विशेष रूप से महामारी में बढ़ी है, क्योंकि लोग सूखे मेवों का सेवन प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में करते हैं। बेहतर पाचन के लिए बहुत से लोग दिन में अंजीर खाते हैं। इसके अलावा, कई आयुर्वेदिक दवाओं में सूखे मेवों का उपयोग किया जाता है।


from Hindi Samachar: हिंदी समाचार, Samachar in Hindi, आज के ताजा हिंदी समाचार, Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर, राज्य समाचार, शहर के समाचार - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/2XLCTRq
https://ift.tt/3glbagP

No comments