अर्जुन अरविंद बूंदी। राजस्थान के बूंदी जिले में केशवरायपाटन कस्बे में बडे दर्दनाक हादसा की सूचना मिली है। यहां इस हादसे में 7 लोगों की मौत...

अर्जुन अरविंद बूंदी। राजस्थान के बूंदी जिले में केशवरायपाटन कस्बे में बडे दर्दनाक हादसा की सूचना मिली है। यहां इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे की प्राथमिक जांच में बूंदी पुलिस प्रशासन की बडी घोर लापरवाही सामने आई हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पुराने थाने की बिल्डिंग की सार संभाल नहीं की गई। ऐसे में मंगलवार को मूसलाधार बारिश के दौरान केशवरायपाटन पुराने थाने की 70 से 80 फीट लंबाई की दीवार, रात 2 बजे एक मकान पर जा गिरी। इसके बाद मकान के अंदर सो रहे 8 लोगों में से 7 की मलबे में दबने से मौत हो गई। हादसे को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शोक जताया हैं। जर्जर बिल्डिंग डिस्मेंटल कर दी जाती , तो टल सकता था हादसा उल्लेखनीय है कि इस हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया हैं। लोगों का कहना है कि नींद में सोए लोगों के मकान के उपर जर्जर थाने की दीवार काल बनकर गिरी है। बुधवार की सुबह क्षेत्रीय विधायक चंद्रकांता मेघवाल मौके पर पहुंचे। भाजपा की इस विधायक ने सरकार से हादसे में मारे गए प्रत्येक मृतक के नाम 10-10 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की हैं। साथ ही हादसे के लिए बूंदी पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया हैं। विधायक मेघवाल ने कहा, बूंदी पुलिस केशवरायपाटन थाने की पुराने जर्जर बिल्डिंग को डिस्मेटल कर देती, तो आज यह दर्दनाक हादसा नहीं होता। दो भाईयों का परिवार मलबे में दफनविधायक मेघवाल ने एनबीटी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जिस मकान पर काल बनकर बारिश के दोरान भरभराकर नावघाट स्थित पुराने थाने की दीवार गिरी, उक्त मकान में महेंद्र व महावीर केवट का परिवार एक साथ रह रहा था। दीवार गिरने मकान ढहने से महेंद्र, महेंद्र की पत्नी अनिता, उसकी बेटी पूसी, दीपिका, बेटा कान्हा की मौत हो गई। वहीं महावीर इस हादसे में बच गया, लेकिन उसकी पत्नी मीरा और बेटी तमन्ना की मौत हो गई। महावीर हादसे की आहट से घर से बाहर निकल भागा था, जबकि उसका बेटा सुरेश अपने नाना के घर गया हुआ था। दोपहर तक चलता रेस्क्यू आपरेशनपुराने थाने की दीवार गिरने, मकान ढहने और उसमें लोगों के दबने पर मौके पर क्षेत्रीय विधायक चंद्रकांता मेघवाल, कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड, बूंदी जिला कलेक्टर आशीष बूंदी पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा मौके पर पहुंचे। सुबह से लेकर दोपहर तक केशवरायपाटन आपदा प्रबंधक टीमें बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन करवाया, और मलबे में दबे सभी शव निकलवाए। इधर, हादसे को लेकर पुलिस का पक्ष एनबीटी ने जानने की कोशिश की, लेकिन कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड व बूंदी जिला पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा से संपर्क नहीं हो पाया।
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