बीकानेर: हैरिटेज वॉक के साथ शुरू हुआ तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का उत्साह सोमवार को चरम पर रहा। देसी--विदेशी सैलानी उत्सव के दूसरे द...

हैरिटेज वॉक के साथ शुरू हुआ तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव (Camel Festival 2022 Bikaner) का उत्साह सोमवार को चरम पर रहा। देसी-विदेशी सैलानी उत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति के इस जश्न में डूबे नजर आए। विभिन्न अनूठी प्रतियोगिताओं और आयोजनों में शिरकत करने के साथ मनोरंजक प्रस्तुतियों को आनंद भी उठाते दिखे। एक दिन पहले इस उत्सव की शुरुआत लक्ष्मीनाथ मंदिर से हुई थी। यहां हैरिटेज वॉक (Heritage Walk) में सजे-धजे ऊंट, इन पर बैठे रोबीले और पारम्परिक वेशभूषा में सजी-धजी महिलाओं की मौजूदगी में बाड़मेर के गेर नृत्य, जोधपुर के कालबेलिया, गुजरात के सिद्धि धमाल, खाजूवाला के मशक वादकों और भरतपुर के नगाड़ों के साथ शहरवासी भी थिरकने लगे।

बीकानेर:
हैरिटेज वॉक के साथ शुरू हुआ तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का उत्साह सोमवार को चरम पर रहा। देसी--विदेशी सैलानी उत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति के इस जश्न में डूबे नजर आए। विभिन्न अनूठी प्रतियोगिताओं और आयोजनों में शिरकत करने के साथ मनोरंजक प्रस्तुतियों को आनंद भी उठाते दिखे। एक दिन पहले इस उत्सव की शुरुआत लक्ष्मीनाथ मंदिर से हुई थी। यहां हैरिटेज वॉक में सजे-धजे ऊंट, इन पर बैठे रोबीले और पारम्परिक वेशभूषा में सजी-धजी महिलाओं की मौजूदगी में बाड़मेर के गेर नृत्य, जोधपुर के कालबेलिया, गुजरात के सिद्धि धमाल, खाजूवाला के मशक वादकों और भरतपुर के नगाड़ों के साथ शहरवासी भी थिरकने लगे। यहां देखें- तस्वीरें
हैरिटेज वॉक में सजे-धजे ऊंट

लक्ष्मीनाथ मंदिर से हुई हैरिटेज वॉक में सजे-धजे ऊंट।
परकोटे में उत्सव का माहौल

शहरी परकोटे में उत्सव का माहौल हो गया। अल सुबह ही अनेक लोग इसे देखने पहुंचे। हैरिटेज वॉक यहां से रवाना होकर चूड़ी बाजार, सब्जी बाजार, मावा पट्टी होते हुए रामपुरिया हवेलियों की ओर बढ़ी।
लोक कलाकारों के साथ जमकर नृत्य किया

हैरिटेज वॉक में स्थानीय लोगों ने भी लोक कलाकारों के साथ जमकर नृत्य किया। हैरिटेज रूट की हवेलियों की बारीक नक्काशी देखकर सभी अभिभूत हुए और पूरे दृश्य को कैमरों में कैद करने की हौड़ सी दिखी।
सुरंगी संस्कृति से रूबरू

स्थानीय लोक कलाकारों ने ‘केसरियो लाडो आयो’, ‘तू मत डरपे हो’ जैसे विवाह गीतों के साथ रम्मतों के दौरान गाए जाने वाले गीत प्रस्तुत किए और नृत्य करते हुए यहां की सुरंगी संस्कृति से रूबरू करवाया।
ऊंटों की कलाबाजियां भी

सब्जी बाजार पहुंचने पर जिला कलक्टर सहित अन्य लोगों ने जलेबी और यहां के प्रसिद्ध पंधारी के लड्डू का स्वाद चखा। वहीं पुलिस अधीक्षक ने फोटोग्राफी में भी हाथ आजमाया। लोक कलाकारों के साथ सेल्फी लेते रहे। विभिन्न स्थानों पर रंगोली सजाकर मेहमानों का स्वागत किया गया। यहां ऊंटों की कलाबाजियां भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहीं।
Camel Festival 2022 Bikaner

from Local News, लोकल न्यूज, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, state news in hindi, राज्य समाचार , Aaj Ki Taza Khabar, आज की ताजा खाबर - नवभारत टाइम्स https://ift.tt/klIihap
https://ift.tt/8RVkSUf
No comments